रविवार, 13 नवंबर 2011

!! मासे मासे शनौ वारे वृक्षे विष्णु स्वरूपिणी ! विधिवत पूजनं कुर्यात पूर्व पापं विशुद्ध्यति !! !! शनिवारे कृतं पूजा लक्ष्मी वसति सर्वदा ! क्रियते दीप दानं च ऋण मुक्तिः तदा भवेत !! अर्थात - जो जीवात्मा हर एक मास में शनिवार को विष्णु स्वरुप पीपल वृक्ष का बिधिवत पूजन करता है,वह जन्म-जन्मान्तर में किये हुए अपने पापों से मुक्ति पाकर विशुद्ध हो जाता है ! शास्त्र कहते है कि, शनिवार के दिन पीपल वृक्ष का दर्शन,स्पर्श अथवा पूजन करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है, और शायंकाल में वृक्ष के समीप दिया जलाने से कर्ज से मुक्ति मिलतो है ! ध्यान रहे मित्रों -सूर्योदय अथवा सूर्यास्त से 72 मिनट पहले से लेकर 72 मिनट बाद तक कि अवधि ही पीपल वृक्ष की पूजा में श्रेष्ठ मानी गयी गयी है !!


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