शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए लगाएं शमी का वृक्ष, करें इन मंत्रो से प्रार्थना...
शमी शमयते पापम् शमी शत्रुविनाशिनी । अर्जुनस्य धनुर्धारी रामस्य प्रियदर्शिनी ॥
करिष्यमाणयात्राया यथाकालम् सुखम् मया । तत्रनिर्विघ्नकर्त्रीत्वं भव श्रीरामपूजिता ॥
हे शमी वृक्ष ! आप पापों का क्षय करने वाले और दुश्मनों को पराजित करने वाले
हैं आप अर्जुन का धनुष धारण करने वाले और श्रीराम को भी अति प्रिय हैं जिस
तरह श्री राम ने आपकी पूजा की, मैं भी करता हूँ मेरे विजपथ पर आने वाली
सभी बाधाओं से दूर कर के उसे सुखमय बना दीजिये ! 'शिवसंकल्पमस्तु'
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