सोमवार, 22 दिसंबर 2014

शिवलिंगेऽपि सर्वेषां देवानां पूजनं भवेत ! सर्वलोकमये यस्याः शिवशक्तिः विभुः प्रभुः ! 
अर्थात - शिवलिंग में ही सभी देवताओं का पूजन करना चाहिए, क्योंकि सभी लोकों 
एवं ईश्वरों के स्वामी शिव माँ शक्ति के साथ शिवलिंग में ही विराजमान रहते हैं ! 
श्रीमहारुद्राभिषेक पाठ एवं भंडारे में शामिल होने हेतु सभी शिवभक्त सादर आमंत्रित 
हैं ! आपके 'रुद्राभिषेक' एवं भोजन की व्यवस्था का खर्च संस्था द्वारा वाहन किया 
जाएगा ! दिए गये नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं !

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