शुक्रवार, 18 मई 2018

मित्रों ! द्वादश ज्योतिर्लिंग पर श्रीमहारुद्राभिषेक पाठ की संकल्प पूर्ति और सातों मोक्षदायिक पुरियों तथा चारों धामों का दर्शन, दान-पुन्य का लाभ प्राप्त करने के पश्च्यात परमेश्वर श्रीशिव की जटा में विराजती माँ गंगा के मध्य दशाश्वमेध घाट पर पद्मासनमुद्रा द्वारा श्रीमहाकालभैरव का स्मरण कर धन्यवाद करते हुए मै पं जयगोविन्द शास्त्री एवं मित्रगण...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें