शुक्रवार, 31 जुलाई 2015

मित्रों आज गुरुपूर्णिमा के पावन पर्व पर हम सृष्टि के अपने प्रथम गुरु माता/पिता की आजीवन सेवा करते रहने का व्रत लें | आज प्रकाशित मेरा आलेख अमर उजाला समाचार पत्र के श्रद्धा पेज पर....
अज्ञानतिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जनशलाकया | 
चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्रीगुरवे नमः ||

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