बुधवार, 6 मई 2020

बृहस्पति, शनि और केतु के मिलन, बृषभ, कन्या एवं मकर राशियों भारी, किन्तु इनके लिए वरदान

बृहस्पति, शनि और केतु के मिलन, बृषभ, कन्या एवं मकर राशियों भारी, किन्तु इनके लिए वरदान
लगभग 12वर्ष में एकबार शनि और बृहस्पति का मिलन एक ही राशि में होता है | वर्षोंबाद इस बार इनका मिलन गुरु की राशि धनु में ही होगा |
शनि एवं केतु वहाँ पहले से ही विराजमान हैं अब गुरु के भी पहुचने से तीनों ग्रह एकासाथ हो जायेंगे, इनपर भी राहु एवं मंगल की भी पूर्ण दृष्टि पड़ रही
है | 10 नवंबर को मंगल के तुला राशि में प्रवेश के साथ इनकी दृष्टि समाप्त हो जायेगी | यही संयोग इनके प्रभाव में और परिणाम में आकस्मिकता को
जन्म देगा जो 26 जनवरी 2020 को शनि के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही समाप्त होगा | मंगल की दृष्टि भी 10 नवंबर को तुला राशि में प्रवेश
के साथ ही समाप्त हो जाएगी | शनि मृत्यु लोक में न्याय के देवता है और बृहस्पति शिक्षण कार्य, लेखन, प्रकाशन, धर्म-अध्यात्म ज्ञान आदि के देवता
है | इनकी युति सन्यासियों के लिए भारी पड़ती है अतः आध्यात्मिक जगत के लिए इन तीन ग्रहों का मिलन भारी रहने वाला है | व्यापारिक जगत के
लिए यह युति बेहतर साबित होगी और शनि-केतु की अशुभता में भी कमी आएगी | किन किन राशियों पर यह संयोग भारी पड़ने वाला है इसका
ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं |
मेष राशि- आपकी राशि के भाग्यभाव में यह युति कई महीनों से चली आ रही कार्य बाधा दूर करेगी, लाभ मार्ग प्रशस्त होगा | विदेश यात्रा अथवा विदेशी
व्यक्तियों के सहयोग से लाभ होगा | व्यापारिक एवं विद्यार्थीवर्ग के लिए यह युति अपेक्षाकृत बेहतर साबित होगी |
वृषभ राशि- आपके अष्टम भाव में इन ग्रहों का मिलन और दृष्टि स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकती है | धोखाधड़ी और षड्यंत्र का शिकार होने से बचें |
बेहतर रहेगा कि कार्य निपटाए और सीधे घर आयें | कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले कोर्ट भी बाहर ही सुलझाना बेहतर रहेगा |
मिथुन राशि- सप्तम भाव में ये युति दांपत्य जीवन के लिए थोड़ा अशुभ साबित हो सकती है किंतु शादी-विवाह संबंधित वार्ता सफल रहेगी | व्यापार के क्षेत्र में
उत्तरोत्तर विकास होता जाएगा नौकरी में पदोन्नति और स्थान परिवर्तन के भी योग बन रहे हैं चाहें तो लाभ उठा सकते हैं |
कर्क राशि- कर्क राशि वालों के लिए शत्रुभाव में ये युति स्वास्थ्य के लिए तो प्रतिकूल है किंतु, कोर्ट कचहरी के मामलों के लिए अपेक्षाकृत बेहतर है| अपनी जिद
और आवेश पर नियंत्रण रखते हुए कार्य में लगे रहें, माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान दें गुप्त शत्रुओं से बचें |
सिंह राशि- राशि से मूलत्रिकोण में तीन ग्रहों की युति शिक्षा के क्षेत्र में तो बेहतरीन सफलता दिलाएगी किंतु प्रेम संबंधी मामलों में कुछ निराशा के योग | किसी
भी प्रतियोगिता में बैठना चाहें तो बेहतर, भाग्य उन्नति और विदेश यात्रा के भी योग, मांगलिक कार्यों पर व्यय होगा |
कन्या राशि- राशि से चतुर्थ भाव में त्रिग्र्ही युति आरंभ में कुछ मानसिक परेशानियां तो देंगी और मित्र भी नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे किंतु, हताश न हों शीघ्र
ही इनसब में सुधार आ जाएगा | मकान-वाहन के क्रय एवं नौकरी में उन्नति के योग, यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं |
तुला राशि- आपके पराक्रम भाव में ये युति और अन्य ग्रहों की दृष्टि के परिणामस्वरुप साहस और पराक्रम में वृद्धि तो होगी ही आपके द्वारा लिए गए निर्णय एवं
किए गए कार्यों की सराहना भी होगी | स्वभाव में उग्रता न लाएं परिवार में मेलजोल बनाकर रखें और उच्चाधिकारियों से नजदीकियां बढ़ाएं |
वृश्चिक राशि- आपकी राशि से धनभाव में ये युति मिलाजुला फल देगी | आकस्मिक धनप्राप्ति एवं स्थान परिवर्तन के भी योग | वाणी कुशलता के बल पर कठिन
हालात पर भी नियंत्रण पा लेंगे | इन सबके बावजूद कुछ मानसिक अशांति बढ़ सकती है इसे ग्रह योग समझकर भूलने की कोशिश करें |
धनु राशि- आपकी राशि में इनकी युति के प्रभावस्वरूप अशुभता में कमी आएगी, कोई भी कार्य जब तक पूर्ण ना करें उसे सार्वजनिक ना करें यात्रा देशाटन का पूर्ण
सुख मिलेगा | सरकार से संबंधित किसी भी कार्य का निपटारा करना चाह रहे हों तो शीघ्र करें, नए अनुबंध की प्राप्ति के योग बन रहे हैं |
मकर राशि- व्यय भाव में ये संयोग योग अपव्यय की तरफ प्रेरित करेगा अतः अधिक खर्च से बचें | आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है कष्टकारक यात्रा
यका भी योग है किन्तु ये ज्यादा दिन नहीं रहेगा | 10 नवंबर के बाद इसमें सुधार आ जाएगा स्वास्थ्य का ध्यान रखें नेत्र विकार से बचें |
कुंभ राशि- राशि से लाभ भाव में इस योग के प्रभावस्वरूप दिया गया धन वापस आएगा | नया व्यापार आरंभ करना चाह रहे हों तो परिस्थितियां अनुकूल हैं परिवार में बड़े भाइयों से मधुर संबंध बनाकर रखें, संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव का भी योग है, विवाह संबंधित वार्ता सफल रहेगी |
मीन राशि- दशम भाव में तीन ग्रहों की युति अप्रत्याशित परिणाम वाली सिद्ध होगी कार्यक्षेत्र का विस्तार तो होगा ही होगा स्थान परिवर्तन एवं पद और गरिमा की वृद्धि के योग बन रहे हैं  | सामाजिक पद प्रतिष्ठा में वृद्धि धार्मिक एवं मांगलिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे |

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