रविवार, 13 नवंबर 2011


‎"" अश्वत्थाय वरेण्याय सर्वैश्वर्यदायिने ।अनन्तशिवरुपाय वृक्षराजाय ते नमः ।।
अर्थात - जो अनंत शिवस्वरुप हैं सभी प्रक्रार के एश्वर्य को देने वाले हैं, ऐसे वृक्षों के राजा पीपल को मै नमस्कार करता हूँ !! मित्रों ! भगवान् कृष्ण ने कहा है, वृक्षों में मै पीपल हूँ ! उनकी इसी वाणी का अनुशरण करते हुए वासुदेव कृष्ण के ही जन्म दिवस" कृष्ण जन्माष्टमी "पर दिल्ली में यमुना जी के आँचल में पीपल के पौधे का वृक्षारोपण करते - पं.जय गोविन्द शास्त्री

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