शनिवार, 9 नवंबर 2019


नवंबर माह में ढाई दिन जरा बचके

चंद्रमा और सूर्य के राशि परिवर्तन का मानव जीवन पर प्रत्यक्ष प्रभाव दिखाई देता है | सूर्य जहां 1दिन में 1अंश की यात्रा करते हुए एक माह में एक राशि का
विचरण करते हैं वही चंद्रमा ढाई दिन में ही एक राशि की यात्रा पूरी कर लेते हैं | चंद्रमा प्राणियों के मन, विचारों एवं भावनाओं के स्वामी हैं अतः इनकी यात्रा
के समय आपकी राशि से शुभ-अशुभ भाव में पड़ने वाले प्रभाव का सीधा असर आपके स्वभाव पर दिखाई देता है | इसीलिये कई बार आपका निर्णय लेना बिल्कुल
सही साबित होता है किंतु, कई बार आप अपने किए गए निर्णयों से पैदा हुए झंझावातों में ही उलझ जाते हैं क्योकिं इसका का सीधा संबंध आपके विचारों-निर्णयों
से है जिन पर चंद्रमा का प्रभाव है | माह के वै ढाई दिन कौन-कौन से रहेंगे, जब चंद्रमा का अशुभ प्रभाव आपकी राशि पर अधिक पड़ेगा | इसी का ज्योतिषीय
विश्लेषण करते हैं |
मेष राशि- माह का आरंभ तो मिलाजुला रहेगा किंतु मध्य से परिस्थितियां बेहतर होंगी मान सम्मान की वृद्धि तो होगी, षड्यंत्र का शिकार होने से बचें | निर्णय लेते
समय सावधानी बरतें माह की 26 एवं 27 तारीखें अशुभ | इसमें स्वास्थ्य का ध्यान रखें |
वृषभ राशि- मान सम्मान की वृद्धि होगी, शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे | किसी भी नए कार्य अथवा व्यापार का आरंभ करना चाहें तो वो बेहतरीन लाभदायक सिद्ध
होगा फिर भी माह की 1और 2तारीखों के साथ-साथ 28 एवं29 तारीख को भी सावधानी बरतें |
मिथुन राशि- कामयाबी की दृष्टि से माह बेहतरीन रहेगा, गुप्त शत्रुओं के कारण मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है | संतान संबंधी चिंता दूर होगी |
विद्यार्थी वर्ग प्रतियोगिता में सफलता के लिए और मेहनत करें | माह की 3 एवं4 तारीखें अशुभ |
कर्क राशि- माह का आरंभ कुछ मानसिक अशांति एवं तनाव से शुरू होगा | माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें | यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं |
नौकरी में पदोन्नति एवं नए अनुबंध प्राप्ति के योग फिर भी माह की 6 और 7 तारीखें अशुभ |
सिंह राशि- अपने पराक्रम के बलपर आप विषम हालात को भी सामान्य कर लेंगे, अतः उर्जा शक्ति का भरपूर उपयोग करते हुए कार्य आरंभ करें सफलता की संभावना
सर्वाधिक है | माह के मध्य से थोड़ा सा सावधानी बरतने की जरूरत है फिर भी 8,9 एवं10 तारीखें अशुभ |
कन्या राशि- अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें नेत्र विकार से बचें, कोई भी कार्य जब तक पूरे ना हो जाए उसे सार्वजनिक न करें | कामयाबी की दृष्टि से माह बेहतरीन
रहेगा रुका हुआ धन मिल सकता है, विदेश यात्रा के योग, माह की11 एवं 12 तारीखें अशुभ |
तुला राशि- मानसिक एवं शारीरिक पीड़ा रहेगी, शरीर में विटामिंस की कमी न होने दें स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें | आर्थिक दृष्टि से माह बेहतरीन रहेगा मकान
अथवा वाहन के क्रय का योग, लाभ उठाएं फिर भी माह की 13 और 14 तारीखें अशुभ |
वृश्चिक राशि- अधिक भागदौड़ और अपव्यय से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है किंतु, माह के तीसरे सप्ताह से सुधार आएगा | कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारियों
से मधुर संबंध बनाकर रखें, निर्णय लेने में शीघ्रता दिखाएं | माह की 15, 16 तारीखें अशुभ |
धनु राशि- आपके लिए माह बेहतरीन लाभदायक सिद्ध होगा, शत्रु परास्त होंगे कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिलेगी, आय के साधन बढेंगें | महंगी वस्तु का क्रय कर
सकते हैं फिर भी 18 और 19 तारीखें अशुभ | इन दिनों कोई भी निर्णय जल्दबाजी में करें |
मकर राशि- माह में कार्य विस्तार भी होगा और रोजगार में नए अनुबंध प्राप्ति के योग भी बनेंगे | चुनाव संबंधी कोई भी कार्य करना चाह रहेहों तो परिस्थितियां आपके
पक्ष में रहेंगी लाभ उठाएं | इनसब के होते हुए भी माह की 20 और 21 तारीखें अशुभ |
कुंभ राशि- नौकरी में उन्नति एवं यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा | धार्मिक कार्यों पर खर्च होगा किंतु आकस्मिक कार्य बाधा भी आ सकती है इसलिए किसी भी तरह
का निर्णय जल्दबाजी में न करें यह बेहतर रहेगा माह की 22, 23 तारीखों को सावधानी बरतें |
मीन राशि- साहस एवं धैर्य से ही सारे कार्य निपटाने होंगे दांपत्य जीवन में कटुता आ सकती है | व्यापार उतार-चढ़ाव अधिक किंतु, माह के तीसरे सप्ताह से सुधार
की संभावना है | कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही निपटायें तो बेहतर | माह की 24 एवं 25तारीखें अशुभ |

बृहस्पति का धनु राशि में प्रवेश बनाया 'हंस' योग'- पं जयगोविन्द शास्त्री 
देवगुरु बृहस्पति लगभग 12वर्षों बाद पुनः 05 नवंबर की प्रातः 05 बजकर 17 मिनट पर अपनी राशि धनु में प्रवेश कर रहे हैं | ये एक सदी में लगभग आठ बार 
धनु राशि की परिक्रमा करते हैं | गुरु के धनु राशि में गोचर करने से 'हंस' योग बनता है | धनु और मीन राशि के स्वामी गुरु पुनर्वसु, विशाखा एवं पूर्वाभाद्रपद 
नक्षत्रों के भी स्वामी हैं | कर्क राशि इनकी उच्च और मकर राशि नीच संज्ञक कही गयी है | जिन जातकों की जन्मकुंडली में गुरु धनु राशि में होकर केन्द्र या त्रिकोण 
में होंगें उनके लिए 'हंस' योग श्रेष्ठतम फलदाई रहेगा | वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को सर्वाधिक शुभ एवं शीघ्रफलदाई ग्रह माना गया है | शुक्ल यजुर्वेद में तो इन्हें 
आत्मा की शक्ति कहा गया है, जो प्राणियों को आत्मबोध की ज्योति प्राप्त कराकर अज्ञान के अन्धकार को दूर करते हुए जीव को सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित 
करते हैं | वेदों में भी कहा गया है कि, 'बृहस्पतिः प्रथमं जायमानो महो ज्योतिषः परमे व्योम् | सप्तास्यस्तु विजातो रवेणविसप्तरश्मिः धमत्तमांसि | 
अर्थात- बृहस्पति जो सबसे महान हैं अपनी स्थिति से आकाश के उच्चतमस्तर से सभी दिशाओं से, सातों किरणों से, अपनी ध्वनि से हमें आच्छादन करने वाले अन्धकार 
को पूर्णतया दूर करते हैं | ये सुंदर, पीतवर्ण, बृहद शरीर, भूरेकेश वाले अपने याचकों और आराधकों को वांछित फल प्रदान करने वाले देवता है | विवाह कराना, संतान प्राप्ति, 

मांगलिक कार्य, तीर्थ यात्राओं, स्कूल कालेज खोलने, प्रबंधन, लेखन अध्यापन, कथा वाचन, वेदाध्ययन, आद्ध्यात्मिक कार्यों एवं शिक्षा सम्बन्धी अनेकों कार्यों में इनका 
विशेष योगदान और आशीर्वाद रहता है | अगर ये आपकी कुंडली में अकारक हों, या वक्री अथवा किसी भी तरह से दोषयुक्त हों तो इनकी शान्ति करना अति उत्तम रहता 
है | सृजन में प्रजापिता ब्रह्मा का सहयोगी होने के फलस्वरूप इन्हें 'जीव' भी कहा गया है | जन्मकुंडली में द्वितीय, पंचम, नवम तथा एकादश भाव के कारक होते हैं | 
इनका धनु राशि में जाना सभी राशियों के लिए कैसा रहेगा इसका ज्योतिशीय विश्लेषण करते हैं |

मेष राशि- आपके भाग्यभाव में बृहस्पति का गोचर किसी वरदान से कम नहीं है | भाग्य वृद्धि, विदेश यात्रा के योग, तीर्थ यात्रा और देशाटन का आनंद मिलेगा | 
इनकी अमृतदृष्टि आपके शरीर, शिक्षा एवं ज्ञान पर पड़ रही है अतः स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता एवं संतान के दायित्व की पूर्ति होगी | 
पराक्रम भाव पर पड़ रही इनकी मारक दृष्टि कुछ आलसी बना सकती है अतः इससे बचें |
वृषभ राशि- आपके अष्टमभाव में बृहस्पति का जाना स्वास्थ्य के लिए थोड़ा प्रतिकूल तो हो सकता है किंतु, मान सम्मान की दृष्टि से उत्तम रहेगा | इनकी दृष्टि 
व्ययभाव पर भी पड़ रही है अतः खर्च अधिक होगा | धन भाव पर भी इनकी दृष्टि के फलस्वरूप रुका हुआ धन आएगा | अचल संपत्ति का क्रय कर सकते हैं |
सुख भाव पर अमृत दृष्टि मकान वाहन के क्रय का योग बना रही है शीघ्र लाभ उठाएं |
मिथुन राशि- मिथुन राशि के लिए सप्तम भाव में बृहस्पति का हंस योग बनाना भी वरदान की तरह है | शादी-विवाह संबंधी वार्ता भी सफल रहेगी, व्यापार के क्षेत्र 
में उन्नति के एवं नौकरी में पदोन्नति के अवसर आयेंगे | यदि आप सरकारी सर्विस हेतु आवेदन करना चाहें तो शुभ रहेगा लाभ उठा सकते हैं | स्वास्थ्य भी अच्छा 
रहेगा, लाभ मार्ग प्रसस्थ होगा, सभी सोची-समझी रणनीति कारगर सिद्ध होगी |
कर्क राशि- कर्क राशि वालों के लिए शत्रु भाव में बृहस्पति का होना मिलाजुला फल देगा | स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, कर्ज से मुक्ति मिलेगी किंतु, गुप्त शत्रु बढ़ सकते 
हैं इसका ध्यान रखें | कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारियों से मधुर संबंध बनाकर रखें | इनकी अमृत दृष्टि आपके कर्मभाव पर है अतः नौकरी में पदोन्नति अथवा नए 
अनुबंध की प्राप्ति के योग बनेंगे | धन भाव पर दृष्टि पारिवारिक माहौल सौहार्दपूर्ण रखेगी |
सिंह राशि- आपके मूलत्रिकोण में बृहस्पति का जाना भी वरदान की तरह ही है | आपकी बड़ी परेशानियां एवं स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आएगी, शिक्षा के क्षेत्र में 
अभूतपूर्व सफलता मिलेगी | किसी भी प्रतियोगिता में बैठना चाहें तो अवसर अच्छा है लाभ उठायें | भाग्य भाव पर अमृत दृष्टि भाग्यवृद्धि एवं विदेश यात्रा के योग 
बनाएगी, तीर्थयात्रा का भी आनंद लेंगे लग्न पर भी दृष्टि स्वास्थ्य के लिए अनुकूल है |
कन्या राशि- कन्या राशि वालों के लिए चतुर्थभाव में बृहस्पति का जाना मकान वाहन के क्रय का योग तो बनाएगा ही साथ ही समाज में मान-प्रतिष्ठा की भी वृद्धि 
होगी | गुरु की आयुभाव पर दृष्टि स्वास्थ्य के लिए अच्छी रहेगी | कर्मभाव पर दृष्टि कार्यक्षेत्र में उन्नति के दरवाजे खोल देगी, अतः अपनी ऊर्जा शक्ति का भरपूर 
उपयोग करते हुए कार्य में लगे रहेगें तो कामयाबिओं के चरम तक पहुंचेंगे |
तुला राशि- आपके पराक्रम भाव में बृहस्पति का जाना और भाग्यभाव पर मारक दृष्टि डालना थोड़ा सा कार्य में रुकावट के साथ धीरे धीरे सफल बनाएगा | नौकरी में 
पदोन्नति अथवा नए अनुबंध की प्राप्ति भी होगी किन्तु धोड़ा बिलम्ब से | किंतु व्यापार पर दृष्टि से  उत्तम रहेगा | दांपत्य जीवन में मधुरता, और शादी विवाह के 
योग बनेंगे | आयभाव में इनकी की अमृत दृष्टि लाभ के मार्ग प्रशस्त करेगी |
वृश्चिक राशि- आपके धनभाव में बृहस्पति का अपनी ही राशि धनु में आना आकस्मिक धन प्राप्ति के योग तो बनाएगा ही साथ ही किसी महंगी वस्तु का क्रय 
भी कराएगा | इनकी शत्रु भाव, एवं आयु भाव दृष्टि स्वास्थ्य के लिए थोड़ा सा प्रतिकूल हो सकती है इसका ध्यान रखें | कर्मभाव पर अमृतदृष्टि से कार्यक्षेत्र के 
विस्तार के लिए बेहतर है आय के साधन बढ़ेंगे, गया हुआ धन वापस आने के संकेत |
धनु राशि- बृहस्पति का अपनी ही राशि में आकर 'हंस' योग का निर्माण करना अति शुभ रहेगा | कार्यक्षेत्र का विस्तार तो होगा ही अधिकार भी बढ़ेगा | नौकरी में 
पदोन्नति एवं सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी | संतान संबंधी चिंता से भी मुक्ति मिलेगी, शिक्षा में लाभ, विवाह के योग एवं भाग्य वृद्धि की दृष्टि से यह योग 
अति उत्तम है | देशाटन का आनंद भी लेंगे और मांगलिक कार्यों को संपन्न करायेंगे |
मकर राशि- आपके लिए वृहस्पति का व्यय भाव में जाना मिलाजुला फल देगा, जहां एक ओर आप अधिक खर्च से परेशान रहेंगे वहीं दूसरी ओर बड़े सामाजिक 
कार्यों को करके यश भी प्राप्त करेंगे | गुरु का व्यय भाव में स्वग्रही होना आने वाली परेशानियों से मुक्ति के द्वार भी खोलेगा, अतः आपको संयम बनाए रखना 
है | चतुर्थभाव पर अमृतदृष्टि से मकान वाहन के क्रय का योग बनेगा, मानसिक सुख मिलेगा |
कुंभ राशि- आपके लाभभाव में गुरु का जाना कई मायनों में बेहतरीन रहेगा किंतु, ध्यान रखें यदि ईमानदारी से कमाया गया धन नहीं रहेगा तो वही धन दोगुना 
होकर वापस चला जाएगा अतः नेक नियति का विशेष ध्यान रखें | विद्यार्थी वर्ग के लिए पंचमभाव पर दृष्टि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर रहेगी पढ़ाई में आलस्य 
न करें | सप्तम भाव पर अमृत दृष्टि दांपत्य जीवन में मधुरता कार्य व्यापार में उन्नति के योग बनाएगी |
मीन राशि- आपके कर्मभाव में गुरु का जाना अत्यंत शुभ फलदाई योग बनाएगा, जिसके फलस्वरूप कार्य व्यापार में उन्नति के मार्ग खुलेंगे | उच्चाधिकारियों से 
मधुर संबंध बनेंगे | धनभाव पर बृहस्पति की अमृतदृष्टि आर्थिक तंगी तो दूर करेगी ही किसी महंगी वस्तु का क्रय भी कर सकते हैं | चतुर्थभाव पर मारकदृष्टि 
कुछ मानसिक परेशानी बढ़ा सकती है, माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, गुप्त शत्रुओं से बचें |

बृहस्पति को अधिक प्रसन्न करने उपाय- गुरुवार का व्रत करें, पीले वस्त्र धारण करें, गौओं की सेवा करें, झूँठ कम से कम बोलें, आम, पीपल, अनार का 
वृक्ष लगाएं | प्रतिदिन ॐ बृं बृहस्पतये नमः मन्त्र का 108 बार जप करें |
जाने-माने ज्योतिषविद् पं. जयगोविंद शास्त्री बीते तीन दशक से ज्यादा समय से वैदिक ज्योतिष, योग, ध्यान एवं देव अनुष्ठान आदि के माध्यम से लोगों के कल्याण कार्य में जुटे हुए हैं। पं. जयगोविंद शास्त्री की प्राथमिक शिक्षा-दीक्षा सुल्तानपुर से हुई। जबकि इन्होंने वेदाध्ययन-योग की विशेष पढ़ाई मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित महर्षि वेदविज्ञान विद्यापीठ से और शिक्षा शास्त्री उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थितमहर्षि वैदिक विश्वप्रशासनपीठ से किया। 

अपनी ज्योतिषीय भविष्यवाणी के लिए विख्यात पं. जयगोविंद शास्त्री सन् 1988 से देश के तमाम नामी-गिरामी समाचार पत्र, पत्रिकाओं और वेबसाइट्स के लिए लिखते रहे हैं। जिनमें 'ढाई दिन ज़रा बचके, सितारों के सितारे, ये सात दिन, आदि तमाम ज्योतिषीय कॉलम काफी प्रसिद्ध रहे। पं. जयगोविंद मीडिया के तमाम माध्यमों से वार्षिक राशिफल, ग्रह एवं गोचर से संबंधित लेख, ज्योतिष से जुड़े सवाल-जवाब आदि का कार्य विशेष रूप से करते रहे हैं। 

बीते कई सालों से पं. जयगोविंद न सिर्फ प्रिंट मीडिया के जरिए बल्कि इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से भी लोगों तक ज्योतिष का ज्ञान पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने देश के तमाम प्रतिष्ठित टीवी चैनल्स पर लाइव प्रसारण के माध्यम से प्रतिदिन दैनिक राशिफल, स्टॉक मार्केट का ज्योतिषीय विश्लेषण करके लोगों को सही दिशा दिखाने का कार्य किया है। उनके द्वारा अर्थ जगत से जुड़ी की गई तमाम सटीक भविष्यवाणी और विश्लेषण को देखते हुए उन्हें 'स्टॉक गुरु' की उपाधि से नवाजा गया। पं. जयगोविंद शास्त्री आकाशवाणी के तमाम रेडियो चैनल पर समय-समय पर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विषयों एवं खगोलीय घटनाओं पर परिचर्चा में शामिल होते रहते हैं। 

पं. जयगोविंद शास्त्री ने देश-विदेश के तमाम राजनेताओं, उद्योगपतियों, हॉलीवुड एवं बॉलीवुड की तमाम अभिनेत्री एवं अभिनेताओं आदि की जन्मकुंडलियों का सटीक विश्लेष्ण किया है। पं. जयगोविंद ने देश की जिन तमाम बड़ी शख्सियतों की कुंडलियों पर विशेष शोध किया है, उनमें भैरो सिंह शेखावत, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मायावती, सोनिया गांधी, मेनका गांधी, शरद पवार, पी. चिदंबरम, लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, कल्याण सिंह, विद्याचरण शुक्ल आदि शामिल हैं। जबकि विदेशी राजनेताओं में जार्ज बुश, जानकेरी, बिल क्लिंटन, कोफ़ी अन्नान, यासर अराफात, मिखाइल गोर्वाच्योख, परवेज मुशर्रफ का पूर्ण ज्योतिषीय विश्लेषण किया है। 

पं. जयगोविंद ने फिल्मी सितारों के सितारों को लेकर भी सटीक भविष्यवाणी की है। जिनमें स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर, दिलीप कुमार, देवानंद, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, जीतेन्द्र, शत्रुघ्न सिन्हा, यश चोपड़ा, सुभाष घई, महेश भट्ट, मकबूल फ़िदा हुसैन, मुज़फ्फर अली, ओ.पी. नैयर से लेकर सलमान खान, शाहरुख खान, आमिर खान जैसे अभिनेता तो वहीं हेमा मालिनी, सायरा बानो, रेखा, शबाना आज़मी, श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित, जया बच्चन जैसी जानी-मानी अभिनेत्रियां शामिल हैं।  

पं. जयगोविंद ने हॉलीवुड के तमाम बड़े सितारों और खिलाड़ियों की कुंडली से जुड़े सितारों को देखकर सटीक विश्लेषण किया है। इनमें माइकल जैक्सन, हैली वेरी, जॉन लेनन, शेरोन स्टोन, आंद्रे अगासी, एलिजा बेथ टेलर, डेविड कैसिडी, पीटर हुक, फैट्स डोमिनो, टोनी ड़ेंजा, जेनिफर लोपेज, रॉब थामस, गैरी ओवेन्स, रेनी जेलवेगर, डेविड बायर्न, ली मेजर्स, स्मोकी राबिन्सन, जार्ज ल्युकास, टोनी हाक, केमरून डियाज, समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल हैं। 

पं. जयगोविंद शास्त्री का क्रिकेट जगत से गहरा लगाव रहा है, इसलिए उन्होंने भारतीय क्रिकेट से जुड़े तमाम नामचीन खिलाड़ियों की जन्म कुंडलियों पर गहन शोध करते हुए उनका सटीक विश्लेषण किया है। क्रिकेट जगत से जुड़े जिन खिलाड़ियों का उन्होंने सटीक ज्योतिषीय विश्लेषण किया है, उनमें विजय अमृत राज, सुनील गावस्कर, कपिलदेव, मोहिंदर अमरनाथ, रविशास्त्री, दिलीप वेंगसरकर, कृष्णाचारी श्रीकांत, जवागल श्रीनाथ, किरण मोरे, सचिन तेंदुलकर, मोम्मद अजहरुद्दीन, सौरभ गांगुली, वी. वी. एस. लक्षमण, अनिल कुम्बले, वीरेंद्र सहवाग, महेंद्र सिंह धोनी, ब्रायन लारा, जेशन गिलेस्पी, माइकल जार्डन, डेविड वैकहम, जिम कुरिएर, शेन वार्न, स्टीव वा, नासिर हुसैन, एंडी फ्लावर, इयान बिशप आदि शामिल हैं।

पं. जयगोविंद शास्त्री ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बड़ी भविष्यवाणियां की हैं, जो अक्षरश: सत्य साबित हुईं। उनके द्वारा की गई तमाम बहुचर्चित भविष्यवाणियों में से कुछ इस प्रकार हैं 

1. राजनेता अटल विहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने के संबंध में। 
2. सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के संबंध में। 
3. जनतादल के बिखरने और कभी एक सूत्र में नहीं बंधने के संबंध में। 
4. ए.पी.जे कलाम का भारत के राष्ट्रपति पद के लिए चयन के संबंध में। 
5. नरेंद्र मोदी की चुनावी जीत और गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के संबंध में। 
6. जार्ज बुश और लादेन की लड़ाई में बुश की हार और उन्हें कुछ नहीं हासिल होने के संबंध में। 
7. अजित जोगी की चुनावी हार के संबंध में 
8. राजस्थान में वसुंधरा राजे की हार और अशोक गहलौत की जीत के संबंध में। 
9. साध्वी उमा भारती का मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने के संबंध में। 
10. शीला दीक्षित की चुनावी जीत और मदनलाल खुराना की हार के संबंध में। 
11. प्रणव मुखर्जी का भारत के राष्ट्रपति पद पर आसीन होने के संबंध में।
12. नरेंद्र मोदी का भारत के प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने के संबंध में। 
13. आशाराम बापू के जेल जाने के संबंध में। 
14. केजरीवाल द्वारा मुख्यमंत्री पर से स्तीफा देने के संबंध में। 
15. लालकृष्ण अडवानी के दोबारा प्रधानमंत्री न बनने के संबंध में।   

पुरस्कार एवं सम्मान 
धर्म, योग एवं ज्योतिष विधा के क्षेत्र में पं. जयगोविंद शास्त्री को कई बड़े सम्मान से नवाजा जा चुका है। देश—विदेश में उन्हें मिले जिन सम्मानों को भुलाया नहीं जा सकता, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं — 
   1.अप्रैल 2004 सिंहस्थ - उज्जैन में ज्योतिष विधा के लिए सम्मान।    
   2. 12 मई 2004 को प्रधानमंत्री, भारत सरकार द्वारा सम्मानित। 
   3. 11 अप्रैल 2007 को दिल्ली सरकार की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित द्वारा सम्मानित। 
   4. 11 जून 2011 को पोर्ट लुईस, मॉरीशस में ज्योतिष गुरु सम्मान। 
   5. 11 मई 2013 को मिसीसागा में कनाडा सरकार द्वारा सम्मान। 
   6. अंतररष्ट्रीय ज्योतिष कुंभ सम्मलेन में फलित वेत्ता की उपाधि।   

बुधवार, 31 जुलाई 2019

परमेश्वर श्री महाकाल की असीम कृपा से इस बार भी श्रावण कृष्णपक्ष में श्रीमहाकाल के दर्शन रुद्राभिषेक करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, आप सभी मित्रों लिए भी परमेश्वर से कल्याण की कामना की है, इसके उपरांत श्री काल भैरव का दर्शन अभिषेक श्री मंगलनाथ मंदिर श्री सांदीपनि आश्रम श्री अंगारेश्वर भगवान और माता हरसिद्धि के दिव्य दर्शन प्राप्त हुए |

शनिवार, 4 मई 2019

आपकी शुभकामनाओं एवं आशीर्वाद से एक और दो मई को उत्तराखंड की राजधानी देहरादूनमें अमर उजाला समूह द्वारा आयोजित 'ज्योतिष महाकुंभ' कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्या द्वारा सम्मान पत्र प्राप्त करता मै आपका मित्र पं जयगोविंद शास्त्री

गुरुवार, 25 अप्रैल 2019

अमर उजाला' समूह  द्वारा 1 और 2 मई 2019 को 'देहरादून'में आयोजित 'ज्योतिष महाकुंभ' में सहभागिता के लिए आमंत्रित आपके अपने  पं जयगोविन्द शास्त्री जी के बारे में 23 अप्रैल मंगलवार को पेज 4 पर प्रकाशित खबर...

शनिवार, 13 अप्रैल 2019